पूरी दुनिया में वैश्विक या क्षेत्रीय स्तर पर परिचालनात्मक महासागर पूर्वानुमान और पुनर्विश्लेषण प्रणाली के लिए महासागर सामान्य परिचालन मॉडल नियमित रूप से इस्तेमाल किए जाते हैं। विभिन्न कार्यक्रम जैसे ब्ल्यू लिंक फोम, मरकेटर, टोपाज़ विभिन्न मॉडलों का उपयोग करते हैं जैसे एमओएम, एनईएमओ, हाईकोम और इनसे महासागर के परिचालन पूर्वानुमान लगाए जाते हैं। परिचालनात्मक महासागर पूर्वानुमान के अंतरराष्ट्रीय प्रयासों के अनुसार इंकॉइस द्वारा हिंद महासागर के लिए परिचालनात्मक महासागर पूर्वानुमान के विकास हेतु केंद्रित अनुसंधान किया गया है। हिंद महासागर प्रक्षेत्र में बृहत अंतर तुलनात्मक प्रयोगों के बाद क्षेत्रीय महासागर मॉडलिंग प्रणाली (आरओएमएस) की स्थापना की गई और अनुकूलित बनाया गया। आरंभ में, महासागर पूर्वानुमान (समुद्री सतह तापमान और धाराएं, मिश्रित परत गहराई और थर्मो क्लाइन की गहराई) 25 कि. मी. x 25 कि. मी. के स्थानिक विभेदन पर प्रदान किए गए थे। मॉडल की सीमा के कारण ये पूर्वानुमान वैध थे, और केवल खुले महासागर के लिए थे, जहां पानी की गहराई 150 मी. से अधिक है। जबकि, ये पूर्वानुमान प्रयोक्ता समुदाय द्वारा बहुत पसंद किए गए, खास तौर पर भारतीय नौ सेना द्वारा। हाल ही में, इस मॉडल को उन्नत पैरामीटरों तथा उच्च विभेदन (1/8 डिग्री x 1/8 डिग्री विभेदन) पर संशोधित किया गया था। इन सुधारों से खुले महासागर के लिए इन पूर्वानुमानों को उन्नत बनाया गया जहां पानी 75 मी. से आगे हैं। इसके अलावा इस मॉडल में देखे गए डेटा के किसी समामेलन को सक्षम नहीं बनाया गया है।
दुनिया भर की अनेक परिचालन एजेंसियों द्वारा मौसम की भविष्यवाणी की जाती है, जिसके लिए महासागर की स्थिति के लगभग वास्तविक समय ज्ञान की आवश्यकता होती है। मौसम संबंधी पूर्वानुमान प्रणालियां महासागर के वातावरण के सामान्य परिचालन मॉडलों पर आधारित होती है जो एसएसटी तथा वातावरण के परिचालन पर उनके प्रभाव का पूर्वानुमान लगाती हैं। अनेक अध्ययनों में बेहतर महासागर आरंभिक परिस्थिति के महत्व पर प्रकाश डाला गया है, खास तौर पर महासागर की ऊपरी ताप संरचना की जानकारी, मौसम के स्तर पर जलवायु मॉडल पूर्वानुमान के कौशल पर। ऊपरी महासागर ताप संरचना में त्रुटि, खास तौर पर एसएसटी से जुड़े हुए मॉडल में वातावरण के परिचालन पर गहरा असर होता है।
भारतीय राष्ट्रीय महासागर सूचना सेवा केंद्र, हैदराबाद
तट के निकट और भारत के आस-पास के समुद्रों के निकट महासागर मापदंडों के उच्च विभेदन पूर्वानुमान (लहरें, धाराएं, एसएसटी, आदि) सुरक्षित नेविगेशन और अन्य समुद्री गतिविधियों के लिए आवश्यक हो गए है। इस आवश्यकता को पूरा करने के लिए, डेटा समामेलन वाली क्षमताओं के साथ महा सागर मॉडल विकसित किया जाएगा और छोटे प्रक्षेत्रों को कवर करने के लिए परिष्कृत प्रस्तावों को स्थापित किया जाएगा।
महा सागर डेटा समामेलन पर विशेषज्ञता, जो कि देश में बहुत कम है, युवा शोधकर्ताओं को शामिल करने के माध्यम से विकसित किया जाएगा और अन्य देशों में संस्थानों / विश्वविद्यालयों के साथ सहयोग के माध्यम से उन्हें प्रशिक्षण दिया जाएगा।
दैनिक आधार पर महा सागर के पूर्वानुमान के उच्च विभेदन मॉडल से प्राप्त सूचना की व्याख्या की जाएगी।
आंकड़ा समामेलन की क्षमताओं के साथ उच्च विभेदन महा सागर मॉडल का उपयोग करते हुए समुद्र पैरामीटरों (सतह और उप सतह) का दैनिक पूर्वानुमान।
बादल वाले दिनों पर पीएफजेड परामर्शिकाएं तैयार करने के लिए उच्च विभेदन एसएसटी डेटा।
(करोड़ रु. में)
योजना का नाम | 2012-13 | 2013-14 | 2014-15 | 2015-16 | 2016-17 | कुल |
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उच्च विभेदन परिचालनात्मक महासागर पूर्वानुमान और पुनर्विश्लेषण प्रणाली | 2.00 | 1.00 | 51.00 | 1.00 | 2.00 | 57.00 |
Last Updated On 02/17/2015 - 15:28 |