योजना के दौरान, हरित गृह गैसों, ऐरोसोल, जीएचजी, सौर किरणन, ज्वालामुखी प्रणोदन, भू विशेषताओं, भू उपयोग परिवर्तन आदि में आए परिवर्तनों सहित विभिन्न प्रणोदन के प्रति पृथ्वी प्रणाली की संवेदनशीलता और स्थिरता का अध्ययन करने के लिए, अत्याधुनिक युग्मित जलवायु प्रणाली मॉडलों को शामिल करते हुए, प्रेक्षणात्मक, सैद्धान्तिक अध्ययनों और मॉडलिंग अध्ययनों के माध्यम से व्यापक तरीके से विस्तृत अनुसंधान किए जाने का प्रस्ताव है । यह विभिन्न कार्यक्रम प्रचालनात्मक अनुसंधान और विश्वविद्यालय/शैक्षणिक/आर एंड डी अनुसंधान समुदाय को एकीकृत करते हुए देश में जलवायु परिवर्तन के विज्ञान के संसाधन के रूप में कार्य करेंगे
Last Updated On 02/19/2015 - 11:47 |